LawRato

समस्या:-मेरा विवाह दिनांक 28 दिसंबर 2012 को श्रीमति बीना कुमारी के साथ


10-May-2023 (In Family Law)
था,लेकिन मेरे सगे बहनोई ने मुझे ब्लेकमेल करने की नियति से किसी रीना नाम की अन्य लड़की के साथ आर्य समाज द्वारा फर्जी विवाह प्रमाण पत्र दिनांक 20 अप्रैल 2013 का जारी करा लिया | मैंने अपने बहनोई आदि के खिलाफ न्यायालय में केस किया एक दूसरा वाद हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा-12 कथित विवाह शून्य का भी केस विचारधीन है | इसके बाद विपक्षी द्वारा मेरे ऊपर 125 CrPC, 498A IPC, बलात्कार और 494 द्विविवाह के केस किए जिसमें से बलात्कार का केस खारिज हो चुका है | बाकी के सभी केस न्यायालय में विचारधीन हैं | प्रश्न:- उपरोक्त परिस्थिति में आर्य समाज का विवाह प्रमाण पत्र कानूनी तौर पर मान्य होगा या नहीं ? यदि नहीं तो किस कानून के तहत ? प्रश्न:- खारिज हुए बलात्कार के केस में मैं विपक्ष पार्टी के खिलाफ क्या कार्यवाही कर सकता हूँ ? प्रश्न:- मुझे 125 CrPC के केस में गुजारा-भत्ता देना पड़ेगा या नहीं | यदि नहीं तो किस कानतो किस कानून के तहत ? प्रश्न:- उपरोक्त परिस्थित में मेरे खिलाफ 498A का केस चलाया जा सकता या नहीं ? यदि नहीं तो इसका क्यक्या कानून है ? प्रश्न:- क्या आर्य समाज की रीना को मेरे खिलाफ धारा 494 द्विव
Answers (1)

Answer #1
530 votes
in Sabhi samasya Ke liye aap apne nazdiki Vakil se Sampark Karen wahi aapko Sahi chala de sakta hai kis ke bad kya ho sakta hai aur kya Nahin ho sakta hai kis se sambandhit Hai Kaisa Hai Court mein bhi chal sakta hai .
Helpful? LawRato LawRato

Disclaimer: The above query and its response is NOT a legal opinion in any way whatsoever as this is based on the information shared by the person posting the query at lawrato.com and has been responded by one of the Divorce Lawyers at lawrato.com to address the specific facts and details.

Report abuse?

Comments by Users

No Comments! Be the first one to comment.

"lawrato.com has handpicked some of the best Legal Experts in the country to help you get practical Legal Advice & help."